मिली मुफ्त की बिजली पर बुझ गए घर के चिराग पानी, मुफ़्त का, बुझा न पाया, नफ़रत की वो आग टूटी सड़क पर हाहाकार था, धुएँ का था फ़ाग कौन सी बस फ्री जाती, जो मची थी भागमभाग। -राजन #DelhiRiots #दिल्ली_दंगे #अंकित_शर्मा #रत्न_लाल #AnkitSharma #RatanLal #poetrybyrajanchawla #rajanchawla #मुफ़्तखोर_दिल्ली