खुदा ने इन्सान को अपनी शक्ल पे बनाया है फिर क्यों इन्सान इन्सान से ही चोट खाया है। तुम जिस इन्सान को देखते हो जानते हो क्या उसे किसी और ने और तुम्हें किसी और ने बनाया है। जब एक ही नूर से बनी है ये मखलूख सारी फिर क्यों दिलों में इक दूजे के लिए नफ़रतों का साया है। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ God has created Man of His Own Image