एक मुलाकात करने को हम उनसे अपना सब कुछ गंवा बैठे, और देखते हैं हम जब कोई शीशा हर शीशे में सूरत , नज़र उनकी आतीं हैं , और इरादा तो नहीं था उनसे दिल्लगी का फख्त हम ये गुनाह भी कर बैठे ! ©Anil Makwana (mere_Alfaz) #_जज़्बात दिलों के मैं #_रोक न पाया #_longdistancerelationship #_writeforyou #Love