आज चुप बैठा हूं, कुछ लिखने के लिए.. मेरे काग़ज़ बेसब्र है, कल बिकने के लिए.. शब्दों का तूफान आएगा, बाज़ार हिलाने के लिए.. अगर कोई मौत हो गई, तैयार रहना रोने के लिए..!! ©Atul Siwach #Mout @siwachwrites_ #eveningtea