Hope तुझे गली बनारस की, बना देता तो अच्छा था। मैं तुझमें शाम-ओ-सहर , भटक जाता तो अच्छा था।। मेरी मंजिल की राहें भी, तुझी से हो गुजरती और । तुझे मेरी एक मंजिल , बना देता तो अच्छा था।। मुझे जिंदा बनाने के, बजाय ................... मुझे जिंदा बनाने के, बजाय.............