तनहाई में दीवाना कुछ ऐसे आबाद हुआ खुशी की हर ख्वाहिश में नया गम ईजाद हुआ.. अब क्या बताएं तुझे वस्ल-ए-हाल खुदा उनके ख्वाबों में कुछ टूटा मैं कुछ बर्बाद हुआ.. मैं फिरा दिल में लिए कांच का सा इश्क़ ना जाने यार मेरा कब पत्थरबाज़ हुआ.. परवाह नहीं की ठोकरों की कदमों ने कभी सर कलम कर दर्द का मैं यूँ ही जल्लाद हुआ.. हम तमन्ना में जिसकी ताउम्र रहे सफर में वो पत्थर जाने किस घर की बुनियाद हुआ.. -KaushalAlmora #बुनियाद #yqbaba #barbad #yqdidi #yqquotes #yq