ऐ जामिया तेरी अजमतों को सलाम। तेरी जुर्रात तेरी रिफअतों को सलाम। मुर्दा जिस्मों में तूंने नई रूह फूंक दी। हिम्मतों को तेरी हौसलों को सलाम। तेरे बच्चों की तारीख़ इंकलाब थी है रहेगी । फिर भी डरपोक सोते बुजदिलों को सलाम #jamiya 🥀Shad Khan🥀