कालेपन से बेफिक्र अंधेरी रात है। ठंडक की शरारतों मे.... अभी थोड़ी नरमी वाली बात है। यादों का जल रहा अलाव है। कुछ यादों का बेलगाम बहाव है। आंखें अब खुली सो रही बेहिसाब है। ख्वाब, नींदों के साथ मचलने को बेताब है। ~~शिवानन्द #नींद #ख्वाब #अंधेरी_रात #ठंडक #यादें #इश्क़ #yqbaba #yqdidi