काश की हम चाय हो जाते, कभी न मिटने वाली तुम्हारी तलब हो जाते!! जब जब तुम चाय के दानों को हथेली ले लेती, तब तब खुशबू बनकर तेरे बदन से लिपट जाते!! एक हो जाती तेरे हाथों की नरमाहट और मेरी गरमाहट, चोला काला ओढ़कर हम तेरे दिल के करीब हो जाते!! दोनों हाथों में लिये कप में अपनी तलब को घोल देती, तेरे लवों को चूमकर तेरे हर राज के राजदार हो जाते !! #december #chai#lovequotoes