बुरे का अंत बुरा ●●●●●●●●● सुना है चोरी की चीज़ें फलती फूलती नही हैं। दागी चीज़ें आसानी से धुलती नही है। तुम जो दूसरों की दौलत पर खुश हुए बैठे हो। मक्कारियाँ ज्यादा दिन चलती नही है। चुरा लो बेशक मुझसे लफ्ज और चीजे मेरी। हुनर और सादगी मेरी किसी से निभती नही है। मैं हारा था न हारूँगा कभी सुन लो सभी। अकेला नही हूँ धोखेबाजी मुझे भी पचती नही है। वो खुदा हमेशा सही का साथ देता है। चालबाजीयां किसी की उसके आगे चलती नही है।- नेहा शर्मा #NojotoQuote