Unsplash नाराज़ है खुद से इन दिनों, आईने में चेहरा अजनबी सा लगता है। ख्वाबों ने जो बात कही थी मुझसे, हकीकत में वो हर पल अधूरी सी लगती है। चलते रहे पर रास्ते ठहर गए, खुद से जो वादे थे, कहीं बिखर गए। अब हर सुकून में बेक़रारी छुपी है, हर जीत में हार की कमी सी दिखी है। खुद को समझाना मुश्किल हो चला, हर जख्म अपना गहरा हो चला। पर शायद यही जिदगी का फसाना है, हर दर्द में कहीं उम्मीद छुपा खजाना है। नाराज़ हूँ, पर टूटूँगा नहीं, अपनी परछाई से रूठूँगा नहीं। फिर से उजालों का सफर शुरू होगा, जहां ख्वाब मेरा, मैं वहां जरूर होगा। ©Naveen Dutt "Naraz hoon khud se in dino, shayad khud ko samajhne ka waqt aa gaya hai... ✨💔" #SelfReflection #Mood #InnerPeace #Emotions #SelfLove #LifeLessons #AloneButNotLonely #Deepthoughts #Nojoto