तेरी मेरी आंखो की जो मुलाक़ातें हो रही है कुछ अलग सी इन दिनों बातें हो रही है मिलने तुम लगे हो आकर जो ख्वाबों में हमें देखो कितनी खूबसूरत अब रातें हो रही है भीगे इस क़दर है हम तन्हाई कि बारिश में दाखिल हो रहे हो बनके चाहत तुम हर ख्वाहिश में रोकें भी तो कैसे रोकें इस दिल को हम अपने जब शामिल हो तुम दिल कि हर फर्माईश में दिल बनके जब से धड़कने लगे हो सनम हम में हुए तुम ज़्यादा हम खुद में हुए है कम आरज़ू अब इतनी ही बस रह गयी दिल की ना बीतें कभी ये लम्हे ना फिर आंखे कभी हो नम just thoughts #yqdidi #yqquotes #h_Rquotes #ishq #love #happy #mulaqatein #chahat