उलझने ये खुद ही हमने बनाई है, तकलीफे भी सारी खुद ही बड़ाई है, न दिल की लगी न दिल का लगाना होता, न ही खुद से दिल अनजाना होता, फिर कैसी जुदाई कैसी ये तनहाई है, उलझने ये खुद ही हमने बनाई है #uljhane #nojoto #quotes