Trust me ज़िन्दगी का है ये कैसा मुकाम हमसे न पूछिये😢 होती है यहाँ कैसे शाम हमसे न पूछिये😢😢 नफ़रत को अपनी मोहबत का नाम देकर,,💔💔 लोग लेते हैं कैसे इन्तेक़ाम हमसे न पूछिये💔💔