इश्क़ मुकद्दर सोच कर कोई नहीं करता ये तो रूह से रूह का मिलन है जिस्म का तो इसमें कोई एहम किरदार नहीं होता जब चोट £दिल पर लगती है तो बाहर शोर नहीं होता जब प्यार #रूह से हो जाए तो #जिस्म कोई मायने नहीं रखता #yqquotes #sumitchoudharyquote #truth #YourQuoteAndMine Collaborating with sumit choudhary