मेरा मुट्टू मुझसे बोला कि मैं नाराज़ हूँ। ग़ुस्से में हूँ बात करने का मन नहीं कर रहा। मैंने कहा ठीक है मत करो बात, मेरे पास बैठो फिर उसे याद आया खाना बनाना अभी बाकी है मैंने कहा पहले अपना ग़ुस्सा मुझे दे जाओ... उसके बाद खाना बना लेना... खाने में गुस्सा मत मिलाना... फिर अंतर् से झाँकती मुस्कुराहट को छुपाकर खाना बनाने चली गई... प्रेम में पड़ी तमाम लड़कियाँ अपना सारा प्यार प्रेमियों पर उड़ेल देतीं हैं और ख़ुद रह जाती हैं रूखी सी.... मेरा मुट्टू मुझसे बोला कि मैं नाराज़ हूँ। ग़ुस्से में हूँ बात करने का मन नहीं कर रहा। मैंने कहा ठीक है मत करो बात, मेरे पास बैठो फिर उसे याद आया खाना बनाना अभी बाकी है मैंने कहा पहले अपना ग़ुस्सा मुझे दे जाओ... उसके बाद खाना बना लेना...