किसी को सिर्फ जानने में फ़र्क़ बस इतना सा है। जो जानता है। वो पहचानता नही? जो पहचानता है! उसे ये दिल जान कर अंजान कर देता है। अक्सर अपनी मोहहबत को आसानी से किसी और के नाम कर देता है। जानते सब है। मुझे पहचानें वाला चाहिए। बोलते सब है। मुझे मेरी शायरियों की खामोशी समझने वाला चाहिये। #ishani Jaante sab hai pehchante log kam hai???