सीनें में जुनूं आंखों में देशभक्ति की चमक थी दुश्मन की सांसें थम जाए आवाज में वो धमक थी अपने खून से लिखी भारत की नई कहानी थीं हँस कर कुर्बान हुई वो जवानी थी (अनुशीर्षक में पढ़े) सीनें में जुनूं आंखों में देशभक्ति की चमक थी दुश्मन की सांसें थम जाए आवाज में वो धमक थी अपने खून से लिखी भारत की नई कहानी थीं