चांद की चांदनी चली जाती हैं बस दाग नजर आते हैं गुलाब की पत्तियां झड़ जाती है बस कांटे रह जाते हैं कुछ ऐसा ही हाल होता है उनका जिनके अपने रूठ जाते हैं ©Prithvi Club #Aapne