मिल कर बैठें आओ प्यार की बातें करें हो गया जीकरे जहाँ अब यार की बातें करें। गले पड़ने से तो अच्छा है लग जाओ गले छोड़ कर तकरार अब त्यौहार की बातें करें। जिश्म दे कर जिश्म के संघ जिसने दिलों जाँ दिया हम तो अब दिल से उस दिलदार की बातें करें। और यारों जिनको मिल गया उनकी मुहब्बत की मजा वो किसी से बैठ कर क्यों बेकार की बातें करें।। 🇮🇳एक्स, आर्मी 🇮🇳 ©Krishana Kant Sinha #realization