White सूखे- सूखे होठों पर न जाने जिंदगी की कौन सी प्यास है आज मेरा नशेमन जाने क्यों उदास है ... मेरी ख़्वाहिशें जो मेरे ख़्याल पर टिकी हैं , जाने क्यों तो आज वो ख़्वाब उदास हैं ... जल चुके हैं बदन कई यहां मन भी अधजला सा है यहां जाने क्यों आज वो ज़मीं का मुस्कुराता सितारा उदास है। #मानस ©Manas Krishna #Sad_shayri