दिल-ए-एहसास को नश्तर ना समझ मैं शीशा हूं मुझे पथ्थर ना समझ चली जाऊंगी तेरा दिल-ए-घर छोड़कर कब्र में घर है मुझे बेघर ना समझ Mona✍🏻 #पथ्थर