पाठ रखवाया गया। तीन दिन तक ग्रंथ साहिब जी ने खूब समझाया। उन्होंने खूब सेवा की। चौथे दिन ग्रंथ साहिब जी चले गए उन्होंने जाकर दारू पी ली। अब "गुरु ग्रंथ साहिब" जी कह रहे हैं मेरा अपमान हुआ है। और वो सोच रहे हैं उनसे बड़ा सेवादार नहीं है कोई। मगर इतना गुड़ ज्ञान उनकी समझ में कहां आने वाला है। शायद उस वक़्त वो सेवा कर रहे होंगे। #TheTruth #god#allah#ishwar#insan