मैंने तुमने देखा है
हर एक राज़ को दफनाते हुए
हर बार देखा मैने इन चट्टानों से लिपट कर रोते हुए
याद करते हो ना हर वो लिखी बाते जो जहन में दबी है
इस बचपन की यादों को शिकवे गिले में लपेटे सरहदों मे सिमट गये
हमारे प्रेम के प्रतेक निशान मेरे सीने मे दफ़न जो कोई बार भर कर मेरे गुल्लक मे समेटि यादों का भंडार है
बाहों को फलाए दादी का लाड है
हैरानगी नहीं आज तक याद है सभी बातों का जवाब हैं #yqbaba#yqdidi#yqdada#yqquotes#Sarhadein