White जो भरा नहीं है भावों से बहती जिसमें रसधार नहीं वह हृदय नहीं है पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं। -:- मैथिली शरण गुप्त ©@howToThink #देशभक्ति