बाहर से सुलझा हुआ दिखने के लिए, भीतर से उलझना पड़ता है ! लोगों कि मीठी बातों में, उनके छिपे हुए स्वार्थ को समझना पड़ता है !! इस भेड़ चाल भरे समाज से, अलग चलने में ही भलाई है ! कभी कभी अपनी अहमियत बताने के लिए भी, लोगों से दूर हटना पड़ता है !!!! #Parikshit Singh