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मंज़िल पाते पाते न जाने कब हम अपने ही घर के मेहमा

मंज़िल पाते पाते न जाने कब 
हम अपने ही घर के मेहमान बन जाते हैं।


हरीश राय (वत्स) #JackieShroff
मंज़िल पाते पाते न जाने कब 
हम अपने ही घर के मेहमान बन जाते हैं।


हरीश राय (वत्स) #JackieShroff