वो अल्हड़ से सुर वो साज बाक़ी है, मेरे लहजे में अब भी लिहाज़ बाक़ी है। जिनसे हम इनायत की जुस्तजू कर बैठे, उन जनाब का अब भी इलाज बाक़ी है। आज नहीं कभी और फ़ुर्सत में मिल लेना, उसे दफ़नाने का ही काम काज बाक़ी है। #maut #vatsa #yqbaba #yqdidi #मौत वो अल्हड़ से सुर वो साज बाक़ी है, मेरे लहजे में अब भी लिहाज़ बाक़ी है। जिनसे हम इनायत की जुस्तजू कर बैठे, उन जनाब का अब भी इलाज बाक़ी है।