मैं वो बारिश नहीं जो बिन बदल बर्ष जाऊँ।। एक पल ठहर फिर निकल जाऊँ।। मैं वो बारिश नहीं जो बिन बदल बर्ष जाऊँ।। एक पल ठहर और निकल जाऊँ।। एक बार तो आपने के देखती मुझे ये मेरे सनम शायद तेरे अपनाने से ही मैं सम्भाल जाऊँ।। #lovers