तुमसे कोई शिकायत नहीं, क्योंकि तुमने मुझे तन्हा जीना सिखाया है, था जिसे घमंड खुद पर, उसे अच्छा इंसान बनाया है, जो था मोहब्बत से अनभिज्ञ, उसे इश्क़ करना सिखाया है, तुमने तो खुशी में हँसना और गम में भी मुस्कुराना सिखाया है। तुमसे कोई शिकायत नहीं, क्योंकि तुमने मेरे अंदर के शायर को जगाया है, तुमने ही तो दिल की बातें कागज पर लिखना सिखाया है, तुमने ही तो, ठंड रातो में भी जगना सिखाया हैंं। रोने पर निकले आंसुओ को, पलकों में छिपना सिखाया है, तुमसे कोई शिकायत नहीं, क्योंकि तुमने मेरे दिल को अत्यधिक कठोर बनाया है, तुमने ही तो मुझे एक सज्जन व्यक्ति बनने का मार्ग दिखाया है, बदल गए हो तुम यह सुनकर, तुम्हारी याद आती है, दर्द होता है फिर भी, चेहरे पर मुस्कान आ ही जाती है। Tumse koi shikayat nahi. #relationship #shikayat #lovepoetry #love #breakup