तुम और सिर्फ तुम मेरी इकतरफा मोहब्बत हो काश तुम समझ पाते मेरी आंखों में तुम्हारा इंतेज़ार सफ़र करता है मुझ पर तुम्हारा साया तक असर करता है काश तुम समझ पाते ये सब उम्मीदें तुम से तुम तक है तुम्हारी मुस्कराहट मेरी चाहत हैं तुम्हारे होने से दिल को राहत हैं मैं तो कब की हो चुकी तुम्हारी तुम मेरे हो जाओ इसी उम्मीद की इबारत हैं काश तुम समझ पाते तुम वाकई नहीं समझते या फ़िर नजरअंदाज कर देने का इरादा किए बैठे हो कभी कभी लगता है,तुम मुझ से भी इश्क़ ज़्यादा किए बैठे हो सुनो ना,तुम मेरे हो जाओ ना ज़माने को छोड़ दे दोनों उसी के हाल पर यू ही कभी अपनी हालत भी सुनाओ ना मुझे अपने साए में छुपाओ ना सुनो ना! मेरे हो जाओ ना सुनो! लौट आओ ना कभी वापस ना जाने के लिए... ©ashita pandey बेबाक़ #Thinking लव शायरी लव कोट्स शायरी लव रोमांटिक