ये जो तू तकता है आसमां की तरफ, कोई रहता है आसमान में क्या, ये तुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता, एक ही शख्स था जहान में क्या ।। koi rahta hai Aasmaan me kya...... 🌙