तब के गए हुए तुम अब लौटकर आए हो, ज़ब पूरी तरह खर्च होकर ठूँठ से बचे रहे हैं हम! काश... उन बहारों में भी हमारे साथ रहते, तो ज़िन्दगी कितनी खुशनुमा होती मेरे हमदम! ~ VanyA V@idehi . ©~VanyA V@idehi ~ #alone