जग जाने जग माने जग यूँ ही जीर्ण हुआ जगती का ज्ञान सारा जग में समाता है, जानता है जन्म-मृत्यु बँधनों को जग सारा माया भ्रम जाल जग नित्य-नित्य जाता है, नित्य-नित्य भावना से ओतप्रोत रहकर ज्ञान महासिंधु नित्य-नित्य ही नहाता है, त्याग दे जो विश्व वसन भूख प्यास छोड़ दे जीत के जिनेन्द्र महावीर बन पाता है।। #yqbaba #yqhindi #mahavirjayanti #kumarmridul #yqquotes