White ना फिक्र होती थी थोड़ी भी , ना जंजालों की गुत्थी होती थी। वह भी क्या दिन थे बचपन के , जब अपनी भी छुट्टी होती थी। - आचमन चित्रांशी ©Achman Chitranshi #love_shayari #Shayari #Shayar #Poetry #Poet #bachpan