Nojoto: Largest Storytelling Platform

बिन कहे भी बहुत कुछ कह जाते हैं लेकिन यह हवा के रू

बिन कहे भी बहुत कुछ कह जाते हैं लेकिन यह हवा के रूप में हमें जीवन दे जाते हैं बिन कहे सब कुछ कह जाते हैं! अपने स्वार्थ के लिए ना जाने कितने हिस्सों में हमने पेड़ पौधों को काट डाला है !फर्नीचर बनाने में हमने न जाने कितने पेड़ों को मार डाला है! काश कोई इनके दुख दर्द को समझ पाता फिर से कोई "चिपको आंदोलन" चलाकर इन्हें नया जीवन दे जाता !बिन कहे यह हमको खुशियां दे जाते हैं बदले में हम इनको अक्सर दुख दे जाते हैं..

©Dinesh Kashyap
  #बिन कहे

#बिन कहे #Thoughts

280 Views