जिंदगी का मोल भाव होने लगा है तुम्हारे पास कितनी दौलत है, ये सवाल होने लगा है बेवक्त की फकीरी में, हमने देखे हैं दगा देने वाले हैं अब तो अपनों के हाथों, लहू खंजर यार होने लगा है जिंदगी का मूल भाव होने लगा है किस चौखट पर जाएं, किसे कहें अपना हर दर पर सवार होने लगा है मोहब्बत भी देखी, यारी नहीं देखी, माखौल उड़ाते लोगों की, हंसी और ताली भी देखी अब हर तरफ से वार होने लगा है जिंदगी का मूल भाव होने लगा है।। #Nojoto #Alfaaz #Hindi_Shayari