फैली उमंग, जागी तरंग उगता सूरज, बहती हवा चहकते पंछी, कहती हवा प्यारे पंछी प्यारी ओस नई उमंग नया है जोश रात चांदनी प्रेम भरी Full in caption सुख की कविता कहती हवा 👇 Rudra($®)✍️ सुप्रभात। सुबह की बात ही कुछ और होती है Read full poem here नया सवेरा, नई उमंग जागी तरंग, फैली उमंग उगता सूरज, बहती हवा