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और archu .....वो बस मुस्कुरा देती हौले से ...जिसे

 और archu .....वो बस मुस्कुरा देती हौले से ...जिसे जो समझना हो समझे ...
दिन , हफ्तों और फ़िर महीने में बदल गए ....K और archu ऐसे तो सब से बात करते पर एक दूजे से नही ...बस आँखों से करते गुफ़्तगू ... जब देर हो जाती किसी को ...आँखे बयां कर देती उनकी बेचैनी...किसी लड़की से बातें करते दिख जाता कही ....K ....कोचिंग या बाहर ....archu की आँखे जता देती नाराज़गी ...और K उसे पसंद नही आता कभी किसी और से ज़्यादा घुलना archu का , उसे खोने का डर लगता उसे ...बोल नही पाता archu से ...बस अपना डर , फ़िक्र छुपता उससे और नज़रंदाज़ करने लगता archu को .....काफ़ी वक्त बीत गया यूं ही दोनो बेकरार थे एक दूजे से बस एक दफ़ा बात करने के लिए पर पहल कौन करें ....कभी कोशिश भी करते सामने आने पर हिम्मत ज़वाब दें देती ....K के दोस्तो को मालूम था ....अगर इनकार हुआ K बरदाश्त नही कर पाएगा शायद ...archu के frnds .भी फिक्रमंद थे उसके लिए ....की क्या होगा अगर K ने मना कर दिया वो झेल नही पाएगी शायद बच्ची ही तो हैं अभी समझ कहां उसे इतनी ...ना का मतलब उस शब्द का दर्द ....
फ़िर ....क़िस्मत मेहरबान हुई थोड़ी दोनो की ....उनकी class में कुछ काम शुरू हुआ ..और उन्हें दूसरी class में शिफ्ट होना पढ़ा ...यहां सिंगल बैंच नही थे ....डबल वाले थे ...सब class देखते ही ख़ुश हुए बहुत अब अपनी gf ...bf ...का ज़्यादा साथ होगा ...मज़ा आयेगा अब ...पर दो थे वहां थोड़े buddu से ...जिन्हें फ़िक्र हो rhi थी की अब देखेंगे कैसे एकदूसरे को ....साथ कोई और होगा उसके मज़ा नही आएगा बिल्कुल ....सब अपनी जगह ले चुके थे ...archu भी अपनी fix जगह पर थी , उसके साथ कोई नही था या यूं कहे कोई चाहता ही नही था की archu के साथ कोई और हो उस दिन ....K ...फंस चुका था आज़ उसकी नही बाक़ी लोगो की चलनी थी ...उसे कोई अपने साथ जगह देने को राजी ही नही था ....सर के कदमों की आहट हुई और K ने झट से अपनी book और डायरी archu के बैंच पर रख दी ...और आ गया वही जहां होना था उसे ...आज और हमेशा ....archu ने सोचा नही था की ऐसा कुछ होगा ...वो बैंच पर कुछ लिख रही थी ..उसका सारा ध्यान वहीं था ...उसने देखा ही नही की कौन हैं ...K ने देखा ये और उसे अचानक कुछ याद आया वो अपनी book , डायरी वहीं छोड़ बाहर निकल गया class से बाहर सर थे किसी से बात कर रहे थे K ने उन्हें अनदेखा कर दिया और तेज़ी से अपनी class में गया सीधे archu की बैंच के पास ..उसने देखा सारी बैंच पर शायरीयाँ और K का नाम लिखा था कोई जगह शायद ही बची हो जहां कुछ ना लिखा हो ...K को archu पर गुस्सा आया इतने दिनो से क्या पागलो की तरह कर री ...बता नही सकती थी love me ...बेवकूफ़ लड़की ...
और इधर archu इतना अच्छा मौका कैसे जाने देती ... K जब class से गया उसका ध्यान हटा ...उसने देखा एक डायरी हैं बैंच पर ...बेतक़ल्लुफ़ उसने खोल ली ...और ...लगभग हर पन्ने के कोने पे उसका नाम लिखा था ....छोटा सा और सबसे आख़री पन्ने पर love you ....archu ...शरमा गईं जैसे वो ..यही तो वो चहती थी हमेशा ...पर ....उसने कहा क्यूं नही ....? कुछ मिनट में K आ गया और सर भी K कुछ नाराज़ सा था ...class ख़त्म हुई सर के जाने के बाद K class के बाहर चला गया ....archu भी उसे बात जो करनी थी K से ...और claas समझ गईं थी कुछ तो होगा अब ....पर archu ..K के सामने जाते ही धड़कनें बढ़ गईं ...और लब काँपने लगे बस K से नज़रे मिली और सारा होश जोश ग़ायब ..बिन कुछ कहे class में आ गईं पर बेचैनी थी बहुत आज़ ...बिना कुछ सोचे उसने अपना बैग उठाया और class से बाहर निकल गईं ...K ने सोचा क्या क्या नाटक अब कहां जा री हैं ....और वो पीछे चल दिया ...archu रूक ....कोचिंग से बाहर आने पर उसने कहा ....archu ruk गईं ...बस धक धक होने लगा दोनो के दिलों में ....जैसे जैसे K पास आ rha था archu और K भी बस सम्भाल rhe थे अपनी धड़कनों को ...khi शोर ना मचा दें आज़ ...और जैसे ही K पास आया और कुछ कहता ...archu ने अपनी एक उँगली उसके लबों पर रखी की कुछ नही कहना ....और K ने आँखों से पूछा क्या हुआ ....archu ने kha आँखे बंद करों ....और K ने अपने हाथों से कर ली ...बिल्कुल वैसे जैसे pic में हैं ...और कहा ...मुझे सारी ज़िन्दगी सुबह की चाय के साथ तुमसे गुफ़्तगू करनी हैं ....करोगे ? 
और आज .. दोनो साथ हैं ...एक दूजे के पास ...ताउम्र करना गुफ़्तगू हैं दोनो को स्वीकार .... #NojotoPhoto #love story #hindi
 और archu .....वो बस मुस्कुरा देती हौले से ...जिसे जो समझना हो समझे ...
दिन , हफ्तों और फ़िर महीने में बदल गए ....K और archu ऐसे तो सब से बात करते पर एक दूजे से नही ...बस आँखों से करते गुफ़्तगू ... जब देर हो जाती किसी को ...आँखे बयां कर देती उनकी बेचैनी...किसी लड़की से बातें करते दिख जाता कही ....K ....कोचिंग या बाहर ....archu की आँखे जता देती नाराज़गी ...और K उसे पसंद नही आता कभी किसी और से ज़्यादा घुलना archu का , उसे खोने का डर लगता उसे ...बोल नही पाता archu से ...बस अपना डर , फ़िक्र छुपता उससे और नज़रंदाज़ करने लगता archu को .....काफ़ी वक्त बीत गया यूं ही दोनो बेकरार थे एक दूजे से बस एक दफ़ा बात करने के लिए पर पहल कौन करें ....कभी कोशिश भी करते सामने आने पर हिम्मत ज़वाब दें देती ....K के दोस्तो को मालूम था ....अगर इनकार हुआ K बरदाश्त नही कर पाएगा शायद ...archu के frnds .भी फिक्रमंद थे उसके लिए ....की क्या होगा अगर K ने मना कर दिया वो झेल नही पाएगी शायद बच्ची ही तो हैं अभी समझ कहां उसे इतनी ...ना का मतलब उस शब्द का दर्द ....
फ़िर ....क़िस्मत मेहरबान हुई थोड़ी दोनो की ....उनकी class में कुछ काम शुरू हुआ ..और उन्हें दूसरी class में शिफ्ट होना पढ़ा ...यहां सिंगल बैंच नही थे ....डबल वाले थे ...सब class देखते ही ख़ुश हुए बहुत अब अपनी gf ...bf ...का ज़्यादा साथ होगा ...मज़ा आयेगा अब ...पर दो थे वहां थोड़े buddu से ...जिन्हें फ़िक्र हो rhi थी की अब देखेंगे कैसे एकदूसरे को ....साथ कोई और होगा उसके मज़ा नही आएगा बिल्कुल ....सब अपनी जगह ले चुके थे ...archu भी अपनी fix जगह पर थी , उसके साथ कोई नही था या यूं कहे कोई चाहता ही नही था की archu के साथ कोई और हो उस दिन ....K ...फंस चुका था आज़ उसकी नही बाक़ी लोगो की चलनी थी ...उसे कोई अपने साथ जगह देने को राजी ही नही था ....सर के कदमों की आहट हुई और K ने झट से अपनी book और डायरी archu के बैंच पर रख दी ...और आ गया वही जहां होना था उसे ...आज और हमेशा ....archu ने सोचा नही था की ऐसा कुछ होगा ...वो बैंच पर कुछ लिख रही थी ..उसका सारा ध्यान वहीं था ...उसने देखा ही नही की कौन हैं ...K ने देखा ये और उसे अचानक कुछ याद आया वो अपनी book , डायरी वहीं छोड़ बाहर निकल गया class से बाहर सर थे किसी से बात कर रहे थे K ने उन्हें अनदेखा कर दिया और तेज़ी से अपनी class में गया सीधे archu की बैंच के पास ..उसने देखा सारी बैंच पर शायरीयाँ और K का नाम लिखा था कोई जगह शायद ही बची हो जहां कुछ ना लिखा हो ...K को archu पर गुस्सा आया इतने दिनो से क्या पागलो की तरह कर री ...बता नही सकती थी love me ...बेवकूफ़ लड़की ...
और इधर archu इतना अच्छा मौका कैसे जाने देती ... K जब class से गया उसका ध्यान हटा ...उसने देखा एक डायरी हैं बैंच पर ...बेतक़ल्लुफ़ उसने खोल ली ...और ...लगभग हर पन्ने के कोने पे उसका नाम लिखा था ....छोटा सा और सबसे आख़री पन्ने पर love you ....archu ...शरमा गईं जैसे वो ..यही तो वो चहती थी हमेशा ...पर ....उसने कहा क्यूं नही ....? कुछ मिनट में K आ गया और सर भी K कुछ नाराज़ सा था ...class ख़त्म हुई सर के जाने के बाद K class के बाहर चला गया ....archu भी उसे बात जो करनी थी K से ...और claas समझ गईं थी कुछ तो होगा अब ....पर archu ..K के सामने जाते ही धड़कनें बढ़ गईं ...और लब काँपने लगे बस K से नज़रे मिली और सारा होश जोश ग़ायब ..बिन कुछ कहे class में आ गईं पर बेचैनी थी बहुत आज़ ...बिना कुछ सोचे उसने अपना बैग उठाया और class से बाहर निकल गईं ...K ने सोचा क्या क्या नाटक अब कहां जा री हैं ....और वो पीछे चल दिया ...archu रूक ....कोचिंग से बाहर आने पर उसने कहा ....archu ruk गईं ...बस धक धक होने लगा दोनो के दिलों में ....जैसे जैसे K पास आ rha था archu और K भी बस सम्भाल rhe थे अपनी धड़कनों को ...khi शोर ना मचा दें आज़ ...और जैसे ही K पास आया और कुछ कहता ...archu ने अपनी एक उँगली उसके लबों पर रखी की कुछ नही कहना ....और K ने आँखों से पूछा क्या हुआ ....archu ने kha आँखे बंद करों ....और K ने अपने हाथों से कर ली ...बिल्कुल वैसे जैसे pic में हैं ...और कहा ...मुझे सारी ज़िन्दगी सुबह की चाय के साथ तुमसे गुफ़्तगू करनी हैं ....करोगे ? 
और आज .. दोनो साथ हैं ...एक दूजे के पास ...ताउम्र करना गुफ़्तगू हैं दोनो को स्वीकार .... #NojotoPhoto #love story #hindi

और archu .....वो बस मुस्कुरा देती हौले से ...जिसे जो समझना हो समझे ... दिन , हफ्तों और फ़िर महीने में बदल गए ....K और archu ऐसे तो सब से बात करते पर एक दूजे से नही ...बस आँखों से करते गुफ़्तगू ... जब देर हो जाती किसी को ...आँखे बयां कर देती उनकी बेचैनी...किसी लड़की से बातें करते दिख जाता कही ....K ....कोचिंग या बाहर ....archu की आँखे जता देती नाराज़गी ...और K उसे पसंद नही आता कभी किसी और से ज़्यादा घुलना archu का , उसे खोने का डर लगता उसे ...बोल नही पाता archu से ...बस अपना डर , फ़िक्र छुपता उससे और नज़रंदाज़ करने लगता archu को .....काफ़ी वक्त बीत गया यूं ही दोनो बेकरार थे एक दूजे से बस एक दफ़ा बात करने के लिए पर पहल कौन करें ....कभी कोशिश भी करते सामने आने पर हिम्मत ज़वाब दें देती ....K के दोस्तो को मालूम था ....अगर इनकार हुआ K बरदाश्त नही कर पाएगा शायद ...archu के frnds .भी फिक्रमंद थे उसके लिए ....की क्या होगा अगर K ने मना कर दिया वो झेल नही पाएगी शायद बच्ची ही तो हैं अभी समझ कहां उसे इतनी ...ना का मतलब उस शब्द का दर्द .... फ़िर ....क़िस्मत मेहरबान हुई थोड़ी दोनो की ....उनकी class में कुछ काम शुरू हुआ ..और उन्हें दूसरी class में शिफ्ट होना पढ़ा ...यहां सिंगल बैंच नही थे ....डबल वाले थे ...सब class देखते ही ख़ुश हुए बहुत अब अपनी gf ...bf ...का ज़्यादा साथ होगा ...मज़ा आयेगा अब ...पर दो थे वहां थोड़े buddu से ...जिन्हें फ़िक्र हो rhi थी की अब देखेंगे कैसे एकदूसरे को ....साथ कोई और होगा उसके मज़ा नही आएगा बिल्कुल ....सब अपनी जगह ले चुके थे ...archu भी अपनी fix जगह पर थी , उसके साथ कोई नही था या यूं कहे कोई चाहता ही नही था की archu के साथ कोई और हो उस दिन ....K ...फंस चुका था आज़ उसकी नही बाक़ी लोगो की चलनी थी ...उसे कोई अपने साथ जगह देने को राजी ही नही था ....सर के कदमों की आहट हुई और K ने झट से अपनी book और डायरी archu के बैंच पर रख दी ...और आ गया वही जहां होना था उसे ...आज और हमेशा ....archu ने सोचा नही था की ऐसा कुछ होगा ...वो बैंच पर कुछ लिख रही थी ..उसका सारा ध्यान वहीं था ...उसने देखा ही नही की कौन हैं ...K ने देखा ये और उसे अचानक कुछ याद आया वो अपनी book , डायरी वहीं छोड़ बाहर निकल गया class से बाहर सर थे किसी से बात कर रहे थे K ने उन्हें अनदेखा कर दिया और तेज़ी से अपनी class में गया सीधे archu की बैंच के पास ..उसने देखा सारी बैंच पर शायरीयाँ और K का नाम लिखा था कोई जगह शायद ही बची हो जहां कुछ ना लिखा हो ...K को archu पर गुस्सा आया इतने दिनो से क्या पागलो की तरह कर री ...बता नही सकती थी love me ...बेवकूफ़ लड़की ... और इधर archu इतना अच्छा मौका कैसे जाने देती ... K जब class से गया उसका ध्यान हटा ...उसने देखा एक डायरी हैं बैंच पर ...बेतक़ल्लुफ़ उसने खोल ली ...और ...लगभग हर पन्ने के कोने पे उसका नाम लिखा था ....छोटा सा और सबसे आख़री पन्ने पर love you ....archu ...शरमा गईं जैसे वो ..यही तो वो चहती थी हमेशा ...पर ....उसने कहा क्यूं नही ....? कुछ मिनट में K आ गया और सर भी K कुछ नाराज़ सा था ...class ख़त्म हुई सर के जाने के बाद K class के बाहर चला गया ....archu भी उसे बात जो करनी थी K से ...और claas समझ गईं थी कुछ तो होगा अब ....पर archu ..K के सामने जाते ही धड़कनें बढ़ गईं ...और लब काँपने लगे बस K से नज़रे मिली और सारा होश जोश ग़ायब ..बिन कुछ कहे class में आ गईं पर बेचैनी थी बहुत आज़ ...बिना कुछ सोचे उसने अपना बैग उठाया और class से बाहर निकल गईं ...K ने सोचा क्या क्या नाटक अब कहां जा री हैं ....और वो पीछे चल दिया ...archu रूक ....कोचिंग से बाहर आने पर उसने कहा ....archu ruk गईं ...बस धक धक होने लगा दोनो के दिलों में ....जैसे जैसे K पास आ rha था archu और K भी बस सम्भाल rhe थे अपनी धड़कनों को ...khi शोर ना मचा दें आज़ ...और जैसे ही K पास आया और कुछ कहता ...archu ने अपनी एक उँगली उसके लबों पर रखी की कुछ नही कहना ....और K ने आँखों से पूछा क्या हुआ ....archu ने kha आँखे बंद करों ....और K ने अपने हाथों से कर ली ...बिल्कुल वैसे जैसे pic में हैं ...और कहा ...मुझे सारी ज़िन्दगी सुबह की चाय के साथ तुमसे गुफ़्तगू करनी हैं ....करोगे ? और आज .. दोनो साथ हैं ...एक दूजे के पास ...ताउम्र करना गुफ़्तगू हैं दोनो को स्वीकार .... Photo #Love story #Hindi #nojotophoto