तुम्हे पाकर कितनी खुशी मिली ये कैसे तुम्हें मैं बतलाऊँ, क्या लिखू प्रिय तुम्हारे लिए कि मन तुम्हारा हरषाऊँ हर शिखर पर तुम हो विजयी कर दृढ़ निश्चय जीवन में, नित पथ पर बहती गंगा सी रहो अग्रसर जीवन में, बेला सी बिखरे ख्याति तुम्हारी सकल धरा संसृति में, सुमन रास खुशियाँ बरसे हरक्षण तुम्हारे आँचल में, सूर्य चंद्र सी रहो दीप्त सकल व्योम भू मंडल में । ओ आशीष रहे सदा हरि की यही कामना, इस शुभ दिवा अवसर पे ...❣️❣️ Happy birthday Anu आनान्दिता