अगर इश्क़ न होता तो मैं न होता, मैं न होता तो तुम न होते गर होती इश्क़ तो हम जुदा न होते मैं....! मैं न होता तुम....! तुम न होते मैं ना होता तो शायद कुछ अच्छा होता इश्क़ तुझको भी सायद सच्चा होता चाहत थी तेरे चेहरे की दिदार कि सुना है इश्क़ में तरप भी अच्छा होता है गर ये तरप ना होता तो मैं....! मैं न होता तुम....! तुम न होते #अगर_इश्क़_न_होता_तो मैं....! मैं न होता तुम....! तुम न होते अगर इश्क़ न होता तो मैं न होता, मैं न होता तो तुम न होते गर होती इश्क़ तो हम जुदा न होते मैं....! मैं न होता तुम....! तुम न होते मैं ना होता तो शायद कुछ अच्छा होता