क्यों तू अकेला रोता है, क्यों तू हालातों में खोता है क्या है जो तुझको पाना है, क्या है जो तूने ठाना है क्या है जो तू पिरोता है, क्या पाता-क्या खोता है क्या समंदर गहरा है या ये तेरी सोच को फेरा है क्या मतलबी चालें हैं यहाँ होते हर-रोज़ बबालें हैं "हिमांश" ये क्या हसीन नज़ारा है, यहाँ तो वक़्त ने सभी को मारा है क्यों तू अकेला रोता है, क्यों तू हालातों में खोता है..??? loneliness is.....!!!