■कभी थे हम भी मगरूर अब मजबूर हो गए, जानबूझकर चैनौसुकून से कोसों दूर हो गए, बिना कसूर हम गुनाहगार वो गलत होकर भी बेकसूर हो गए। ©Raj kumar #magroor