ज़िंदगी की भागदौड़ से दूर, सुकून भरा आराम मिले, तन्हाई को कहीं, ज़रा मरहम बनने का काम मिले। ना किसी से शिक़ायत हो, ना किसी से उम्मीद, कुछ यूँ ख़ुद से मुलाकात के, लम्हें मेरे नाम मिले। (5-06-2022) ©Krati Mandloi #nojotohindi #Shayari #Zindagi #thought #Shikayat #Umeed #mulakat #nojotourdu #kratimandloi #girl