#MessageOfTheDay "ख़ुदा की बारगाह में इक अर्ज़ी अधूरी रह गई, महफ़िल - ए - मोहब्बत में कई शामे अधूरी रह गई, जो दिल में था तुम्हारे कहीं ना कहीं वो हुआ तो सही, माना आज ग़मगीन हो तुम पर गुज़रे हुए कल में तुमने चाहा भी था यही,, ©Rozy #Messageoftheday #nojotopoetry #Khuda #mehfilemohabbat