चुप ना रहो तुम यूँ तुम्हारी ख़ामोशी, जान ही ना ले ले हमारी हमारी तकलीफ़ का, अंदाज़ा नहीं होता तुम्हे क्यूँ नज़रें तुम्हारी करती हैं, तुम्हारा हाल-ए-दिल बयां करती हैं, पीछा हमारा हरसू ♥️ Challenge-698 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।