Unsplash ना जाने क्यों दिल घबराता है........................ कोई अपना बाज़ार. nazar नहीं आता है............... रूह में बस जाए इस तरह वो दिलदार नज़र नहीं आता हैदिल.से दर्द नहीं जाता है यादों का सैलाब अक्सर दिल को डूबा जाता है....... ©Maari Karnan #Book दिल का jahan..#