दर्द से मेरा रिश्ता पुराना सा है जिनके साथ गुज़रा ज़माना सा है नए ज़माने की बात ना कर ज़माना नया पर दर्द पुराना सा है राहें बदली ज़िंदगी जुदा भी हो गई रिश्तों की डोर धुंधली सी रह गई है पर छोड़ा ना साथ इस दर्द ने इसका कुछ ख़ज़ाना सा हो गया है ©Swati kashyap #दर्द रिश्ता#mywords#nojotohindi #nojotopoetry#nojoto#nojotonews#nojowriter