हर संस्कृति का यहां सम्मान है लेकिन सबका अपना एक अलग स्थान है। जैसे पगड़ी का सर पर और जूते का पैर में , दोनों में से किसी का भी स्थान परिवर्तन हो गया तो प्रतिष्ठा में परिवर्तन आ जाता है।। ©Divylaxmi chandra #India #hizab #soullaminator #Shayar #Quote