छिन जायेगी जब ये रोशनियां कबूतर अपनी गुटर - गूं छोड़ देंगे सुना है उल्लू जरा टेड़ा है सबका जो हुआ सीधा; मुझको 'मैं' तुझको 'तू' छोड़ देंगे ! बारिशें जरा कम ही बरसाना मेरे मालिक आजकल समंदर तूफानों की धार से खेल रहे जो पसीना सबकी धमनियों में रक्त बन दौड़ रहा रक्त वो ओड़ रजाई सो गया; शीत रात में कण वो पसीने के खौल रहे ! रक्त व पसीना #yqbaba #yqdidi #kisanandolan #yqlife #life #किसान_की_व्यथा